क्या करें जब आपका प्यार एकतरफा हो
जब प्यार दोनों तरफ बराबर हो, तो यह हमें दुनिया की सारी खुशियाँ देता
है लेकिन जब प्यार एकतरफा हो तो केवल गम देता है. किशोरावस्था और युवावस्था में
प्यार तथा आकर्षण अक्सर हो जाया करते हैं. जहाँ प्रेमी-प्रेमिका एक दूसरे को बहुत
प्यार करते हों, वहाँ दोनों की जिंदगी में हमेशा खुशियाँ मौजूद रहती है. वहीँ
एकतरफा प्यार प्रेमी-प्रेमिका दोनों की जिंदगी को दर्द से भर देता है. एकतरफा
प्यार में नाकाम हुए लोगों में से बहुत कम लोग प्यार में न सुनने के बाद अपनेआप को
आसानी से संभाल पाते हैं.
दुनिया की भीड़ में जहाँ हर कोई अकेला होता है. हर किसी की ख्वाहिश होती है कि वो किसी को प्यार करे और कोई उससे प्यार करे. इसी भीड़ में जब कोई ऐसा चेहरा हमें नजर आता है, जिसे देखने के साथ हीं हमारे दिल की धड़कनें तेज हो जाती है. तो दिल केवल इतना हीं चाहता है कि हम उनके हो जाएँ और वो हमारे हो जाएँ. प्यार करने के बाद बात आती है, प्यार के इजहार करने की. क्योंकि जबतक हम सामनेवाले व्यक्ति से अपने प्यार का इजहार नहीं करेंगे, तबतक उन्हें हमारे प्यार के बारे में कैसे पता चलेगा. और हमें कैसे पता चलेगा कि उनके दिल में हमारे लिए कोई जगह है भी या नहीं.
यही है प्यार का दोराहा, जहाँ अगर प्रेमी-प्रेमिका दोनों एक दूसरे से प्यार करें तो प्यार, प्यार हीं रहता है. लेकिन अगर सामनेवाला व्यक्ति न कह दे, तो यही प्यार एकतरफा प्यार बनकर रह जाता है. प्यार करना कभी गुनाह नहीं है लेकिन अपना प्यार जबरदस्ती सामनेवाले पर थोपना गुनाह है.
क्या करें जब आपको हो जाए एकतरफा प्यार :
1. मानसिक रूप से इस बात के लिए तैयार रहें कि अगर सामनेवाला व्यक्ति आपके प्यार को अस्वीकार भी कर देगा तो आप टूटेंगे नहीं.2. अपने प्यार का नकारात्मक प्रभाव अपने पढ़ाई या कैरियर पर ना पड़ने दें.3. जितनी जल्दी हो सके अपने प्रेमी/प्रेमिका को भूल जाएँ, क्योंकि वो आपके बिना ज्यादा खुश है. अगर आप उसकी न सुनने के बावजूद उस पर अपना प्यार थोपेंगे तो यह उसकी खुशियाँ छीन लेगा. और एक सच्चा प्रेमी कब चाहता है कि वो अपने प्रेमी/प्रेमिका की खुशियाँ छीन ले ?4. खुद को व्यस्त रखें, समय हर जख्म को भर देता है. कुछ समय के बाद आप जिंदगी में नई शुरुआत कर पाएंगे.5. किसी के बहकावे में आकर एक भी गलत कदम ना उठाएं.6. उन लोगों के बारे में सोचें जिनकी सारी खुशियाँ आप पर टिकी है.7. हिंसा का सहारा कभी न लें.8. अपने प्रेमी/प्रेमिका के प्रति अपने मन में कोई मैल न रखें. और न हीं उससे बदला लेने की सोचें. न हीं उसकी जिंदगी बर्बाद करने की कोशिश करें. ( क्योंकि प्यार खुशियाँ देता है, घर बसाता है. सामनेवाले को दुःख देना और उनकी जिंदगी बर्बाद करना तो दुश्मनों का काम है. अगर आप सामनेवाले की जिंदगी बर्बाद करते हैं तो, एक बात तय है, आपका प्यार, प्यार न होकर एक स्वार्थ(हवस) था, और अपने स्वार्थ की पूर्ति न होने का आप सामनेवाले से बदला ले रहे हैं )9. प्यार में न सुनने के तुरंत बाद किसी से प्यार के चक्कर में न पड़ें. आप भावुकता में गलत फैसला भी ले सकते हैं. और हो सकता है कि इसके लिए आपको जिंदगी भर पछताना पड़े.10. कम उम्र में प्यार के चक्कर में न पड़ें क्योंकि कम उम्र का प्यार आकर्षण होता है.11. क्योंकि आपको अपना प्यार नहीं मिला इसका यह मतलब नहीं है कि जो आपसे प्यार करता हो, आप उसके प्यार को भी नकार दें.12. असली जिंदगी में फिल्मी तरीके न अपनाएं, क्योंकि फिल्मों की कहानी काल्पनिक होती है जो जिंदगी की वास्तविकता से हमेशा मेल नहीं खाती है.13. गम दूर के नाम पर कभी नशे का सहारा ना लें.
दुनिया की भीड़ में जहाँ हर कोई अकेला होता है. हर किसी की ख्वाहिश होती है कि वो किसी को प्यार करे और कोई उससे प्यार करे. इसी भीड़ में जब कोई ऐसा चेहरा हमें नजर आता है, जिसे देखने के साथ हीं हमारे दिल की धड़कनें तेज हो जाती है. तो दिल केवल इतना हीं चाहता है कि हम उनके हो जाएँ और वो हमारे हो जाएँ. प्यार करने के बाद बात आती है, प्यार के इजहार करने की. क्योंकि जबतक हम सामनेवाले व्यक्ति से अपने प्यार का इजहार नहीं करेंगे, तबतक उन्हें हमारे प्यार के बारे में कैसे पता चलेगा. और हमें कैसे पता चलेगा कि उनके दिल में हमारे लिए कोई जगह है भी या नहीं.
यही है प्यार का दोराहा, जहाँ अगर प्रेमी-प्रेमिका दोनों एक दूसरे से प्यार करें तो प्यार, प्यार हीं रहता है. लेकिन अगर सामनेवाला व्यक्ति न कह दे, तो यही प्यार एकतरफा प्यार बनकर रह जाता है. प्यार करना कभी गुनाह नहीं है लेकिन अपना प्यार जबरदस्ती सामनेवाले पर थोपना गुनाह है.
क्या करें जब आपको हो जाए एकतरफा प्यार :
1. मानसिक रूप से इस बात के लिए तैयार रहें कि अगर सामनेवाला व्यक्ति आपके प्यार को अस्वीकार भी कर देगा तो आप टूटेंगे नहीं.2. अपने प्यार का नकारात्मक प्रभाव अपने पढ़ाई या कैरियर पर ना पड़ने दें.3. जितनी जल्दी हो सके अपने प्रेमी/प्रेमिका को भूल जाएँ, क्योंकि वो आपके बिना ज्यादा खुश है. अगर आप उसकी न सुनने के बावजूद उस पर अपना प्यार थोपेंगे तो यह उसकी खुशियाँ छीन लेगा. और एक सच्चा प्रेमी कब चाहता है कि वो अपने प्रेमी/प्रेमिका की खुशियाँ छीन ले ?4. खुद को व्यस्त रखें, समय हर जख्म को भर देता है. कुछ समय के बाद आप जिंदगी में नई शुरुआत कर पाएंगे.5. किसी के बहकावे में आकर एक भी गलत कदम ना उठाएं.6. उन लोगों के बारे में सोचें जिनकी सारी खुशियाँ आप पर टिकी है.7. हिंसा का सहारा कभी न लें.8. अपने प्रेमी/प्रेमिका के प्रति अपने मन में कोई मैल न रखें. और न हीं उससे बदला लेने की सोचें. न हीं उसकी जिंदगी बर्बाद करने की कोशिश करें. ( क्योंकि प्यार खुशियाँ देता है, घर बसाता है. सामनेवाले को दुःख देना और उनकी जिंदगी बर्बाद करना तो दुश्मनों का काम है. अगर आप सामनेवाले की जिंदगी बर्बाद करते हैं तो, एक बात तय है, आपका प्यार, प्यार न होकर एक स्वार्थ(हवस) था, और अपने स्वार्थ की पूर्ति न होने का आप सामनेवाले से बदला ले रहे हैं )9. प्यार में न सुनने के तुरंत बाद किसी से प्यार के चक्कर में न पड़ें. आप भावुकता में गलत फैसला भी ले सकते हैं. और हो सकता है कि इसके लिए आपको जिंदगी भर पछताना पड़े.10. कम उम्र में प्यार के चक्कर में न पड़ें क्योंकि कम उम्र का प्यार आकर्षण होता है.11. क्योंकि आपको अपना प्यार नहीं मिला इसका यह मतलब नहीं है कि जो आपसे प्यार करता हो, आप उसके प्यार को भी नकार दें.12. असली जिंदगी में फिल्मी तरीके न अपनाएं, क्योंकि फिल्मों की कहानी काल्पनिक होती है जो जिंदगी की वास्तविकता से हमेशा मेल नहीं खाती है.13. गम दूर के नाम पर कभी नशे का सहारा ना लें.
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